Maha kumbh mela 2025: 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हाईटेक रिमोट लाइट बॉय

महाकुंभ 2025, जो सनातन धर्म का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण आयोजन है, अब अपनी तैयारियों के अंतिम चरण में है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस ऐतिहासिक धार्मिक मेले को सकुशल और सुरक्षित तरीके से सम्पन्न कराने के लिए व्यापक और हाईटेक सुरक्षा व्यवस्था की है। इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों का उपयोग किया जाएगा।

1. महाकुंभ की सुरक्षा की तैयारी

महाकुंभ 2025 के आयोजन को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने सुरक्षा के लिए कई स्तरों पर तैयारी की है। इस बार महाकुंभ में सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान दिया गया है और इसके लिए पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को एक साथ काम करने के लिए नियुक्त किया गया है। इन टीमों का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, ताकि संगम में स्नान करने के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो।

2. रिमोट लाइट बॉय का उपयोग

इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हाईटेक रिमोट लाइट बॉय (Remote Light Boy) का इस्तेमाल किया जाएगा। ये लाइट बॉय किसी भी विषम परिस्थिति में पलक झपकते हुए तत्काल प्रभावित स्थान पर पहुँचने में सक्षम होंगे। इन उपकरणों की मदद से अगर कोई श्रद्धालु खतरे में आता है, तो उसे तुरंत सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा सकेगा। यह तकनीकी विकास महाकुंभ के आयोजन को सुरक्षित और प्रभावी बनाने में मदद करेगा।

3. नाव सुरक्षा और जर्जर नावों का हटाया जाना

संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं। संगम नोज से किलाघाट तक सभी जर्जर नावों को हटाने की योजना बनाई गई है, ताकि कोई भी दुर्घटना न हो। इसके अलावा 700 झंडे लगी नाव पर 24 घंटे पीएसी, एनडीआरएफ, और एसडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में तुरंत मदद की जा सके।

4. सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक उपकरण

महाकुंभ में सुरक्षा के लिए केवल मानव संसाधन पर ही नहीं, बल्कि आधुनिक तकनीकी उपकरणों पर भी जोर दिया गया है। पीएसी और अन्य सुरक्षा बलों के जवानों के लिए अत्याधुनिक लाइफ जैकेट, फ्लोटिंग जेटी और रेस्क्यू ट्यूब का प्रबंध किया गया है। इसके अलावा, सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि वे किसी भी आपातकालीन स्थिति से प्रभावी तरीके से निपट सकें।

5. वीआईपी घाट और विशेष सुरक्षा

महाकुंभ में वीआईपी मूवमेंट के लिए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। किला घाट, जहां वीआईपी स्नान करेंगे, वहां स्पेशल फोर्स की तैनाती की जाएगी। इसके अलावा, सरस्वती घाट से लेकर संगम घाट तक सुरक्षा के लिए डीप बैरिकेडिंग की जा रही है और घाट के चारों ओर सुरक्षा जाल लगाए जा रहे हैं। इन सभी सुरक्षा उपायों का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान किसी भी तरह के अप्रिय घटनाओं से बचना है।

6. बाढ़ राहत दल और उनका प्रशिक्षण

महाकुंभ के दौरान होने वाली किसी भी आपदा या बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए पीएसी के बाढ़ राहत दलों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। 4वीं वाहिनी और 42वीं वाहिनी के पीएसी के बाढ़ राहत दलों ने संगम घाट और विभिन्न स्नान घाटों की भौगोलिक स्थिति का निरीक्षण किया और विषम परिस्थितियों में कार्य करने के लिए पूर्वाभ्यास किया। इन दलों को कुशल तैराकों से तैयार किया गया है ताकि वे किसी भी प्रकार की आपदा में त्वरित प्रतिक्रिया दे सकें।

7. श्रद्धालुओं के लिए कड़ी निगरानी

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ में हर श्रद्धालु की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को हर तरह की आधुनिक तकनीक से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके अलावा, सीएम योगी के निर्देश पर सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सख्त किया गया है, ताकि एक भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

8. श्रद्धालुओं की सुरक्षा में आधुनिक संवाद प्रणाली

महाकुंभ के दौरान सुरक्षा बलों के बीच बेहतर संवाद सुनिश्चित करने के लिए अत्याधुनिक संचार प्रणाली का उपयोग किया जाएगा। सुरक्षा कर्मियों को यह सिखाया जा रहा है कि किसी भी स्थिति में वे कैसे एक-दूसरे से संवाद करेंगे, विशेषकर जब वे नावों में तैनात होंगे। इसके अलावा, नाव पलटने या अन्य किसी दुर्घटना की स्थिति में तत्काल बचाव कार्य किया जा सके, इसके लिए सुरक्षा बलों को पूर्वाभ्यास कराया जा रहा है।

9. कुशल तैराकों की तैनाती

महाकुंभ में किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए कुशल तैराकों की टीम बनाई गई है। ये तैराक विशेष रूप से बाढ़ राहत दलों में तैनात किए गए हैं ताकि किसी भी प्रकार की आपदा के समय त्वरित बचाव कार्य किया जा सके। इन तैराकों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ताकि वे किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में जल्दी और सुरक्षित रूप से श्रद्धालुओं की मदद कर सकें।

10. विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा इंतजाम

महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। इन श्रद्धालुओं को कोई भी परेशानी न हो, इसके लिए सुरक्षा बलों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। सभी प्रमुख घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जा रही है, और साथ ही विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधा केंद्रों की स्थापना की जा रही है।

निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 की सुरक्षा व्यवस्था इस बार पहले से कहीं ज्यादा मजबूत और प्रभावी होगी। योगी सरकार की सतर्कता और आधुनिक तकनीक के उपयोग से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर श्रद्धालु को पूरी तरह सुरक्षित महसूस हो। सुरक्षा बलों के बीच बेहतर तालमेल, अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल, और प्रशिक्षित कर्मियों की टीम महाकुंभ को पूरी दुनिया का सबसे सुरक्षित और भव्य धार्मिक आयोजन बनाने में मदद करेगी।

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